https://ift.tt/3cK3O2f
Chinu Kala : हमारे जीवन में उतार चढ़ाव आते हैं. हमें जीवन की कठिनाईयों का सामना करना चाहिए साथ ही उनसे डटकर मुकाबला भी करना चाहिए. जीवन के ऐसे उतार-चढ़ाव से जो शख्स अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहते हैं, सफलता उन्हीं को मिल पाती है.
हालांकि ज्यादातर लोग अपने मुश्किल समय में ये काम ‘मैं कैसै कर सकता हूं’, ‘बुरा वक्त चल रहा है’ आदि बातें कहकर टाल देते हैं और उस लक्ष्य से पीछा छुड़ाकर भाग जाते हैं. जबकि वो ये नहीं जानते कि आने वाली कठिनाईयां उसी काम का हिस्सा हैं जो उन्हें नई सीख और ऊर्जा प्रदान करने में मदद करती हैं.
अगर आप भी ऐसे ही किसी परेशानी से गुजर रहे हैं और अपनी कठिनाईयों को दुनिया की सबसे बड़ी समस्या के तौर पर देखते हैं तो आपको चीनू कला की कहानी जरूर पढ़नी चाहिए.
15 साल की एक लड़की जिसकी किसी छोटी-मोटी बात को लेकर अपने पिता से बहस हो जाती है. अंधेरी रात में घर से मात्र 300 रुपए और कुछ कपड़े लेकर घर से निकल जाती है. अपने मजबूत इरादे और मेहनत के दम पर 7.5 करोड़ की कंपनी खड़ी कर देती हैं.
चीनू कला ने अपने एक साक्षात्कार में बताया कि उनके घर के हालात इस तरह से नहीं थे कि वो अपने आपको उस तरह से ढाल पाती. जिसकी वजह से उनको घर से बाहर जाना पड़ा. पहली बार जब वो घर से निकली थी तो उन्हें नहीं पता था कि किस तरह वो अपना जीवन बिताएंगी, क्या करेंगी.
इसके बाद उन्हें करीब 3 दिनों तक मुंबई के स्टेशन में रहना पड़ा. उस दौर को याद करते हुए चीनू कला बताती हैं कि अगर आज भी मैं किसी कठिनाई में होती हूं तो उस दौर को याद कर लेती हूं. स्टेशन पर घर से दूर रहकर अकेले रहना मेरे जीवन के सबसे कठिन दिनों में से एक थे. इसके बाद उन्हें एक महिला मिली. जिसने उन्हें 20 रुपए में रहने के लिए छत दी. करीब 2-3 दिन के बाद चीनू कला को एक नौकरी मिली. इस नौकरी ने उनका हौसला बढ़ाकर एक नया रास्ता दिखाया.
ये एक सेल्समैन की जॉब थी. जिसमें उन्हें चाकू-सेट, कोस्टर और अन्य घरेलू सामान आदि घर-घर जाकर बेचने थे. इससे उन्हें एक दिन में 20 रुपये से लेकर 60 रुपये तक मिल जाते थे. वो बताती हैं कि डोर-टू-डोर सेल्स गर्ल बनना उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण था. क्योंकि ज्यादातर लोग सामान लेना नहीं पसंद करते थे. वो बताती हैं कि अगर वो 100 घरों में जाती थी तो करीब 20 घर ही ऐसे होते थे, जो उनका सामान खरीदते थे.
कई बार तो लोग उन्हें दरवाजे से भगा दिया करते थे. उन्हें ये सब काफी खराब लगता था. लेकिन एक नई ऊर्जा के साथ उन्हें हर दिन ये काम करना पड़ता था. सेल्स गर्ल की नौकरी के अलावा उन्होंने टेली-कॉलर, मेक-अप आर्टिस्ट, रिसेप्शनिस्ट आदि कामों में हाथ आजमाया. इस कठिन सफर के दौरान वो हर दिन कुछ ना कुछ सीख रही थीं. चीनू कला को सेल्स के काम में महारत हासिल हो गई थी.
उन्होंने 2004 में शादी कर ली. इसके बाद उनके पति ने उन्हें ग्लैडरेग्स मिसेज इंडिया प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कहा. उन्होंने इस प्रतियोगिता में हिस्सा तो लिया लेकिन सफल नहीं हो सकी. लेकिन इस प्रतियोगिता ने उन्हें Rubans Accessories को लांच करने का आइडिया दिया. इसके लिए चीनू कला ने कुछ पैसे जमा करना शुरू कर दिया. और एक आर्टिफिशियल शॉप के तौर पर अपने ब्रांड की शुरूआत की.
आज Rubans Accessories एथनिक और वेस्टर्न ज्वेलरी में दो हज़ार से अधिक डिज़ाइनें बेचता हैं. उनके ऑनलाइन स्टोर में 229 रुपये से लेकर 10,000 रुपये प्रति तक के आर्टिफिशियल एक्सेसरीज मिलती हैं. चीनू की ये कहानी हमे ये सिखाती हैं कि इंसान में कुछ कर दिखाने की चाह हो तो दुनिया की कोई भी ताकत उसे रोक नहीं सकती है.
The post Success Story : 15 साल की उम्र में घर छोड़ने वाली लड़की ने खड़ी की 7.5 करोड़ की कंपनी, जानें कैसे appeared first on INDEPENDENT NEWS.
from INDEPENDENT NEWS https://ift.tt/3b0Allk
via IFTTT
Comments
Post a Comment